प्राचीन काल से ही रंगोली का महत्व रहा है – डॉ कामिनी
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!काशी नरेश राजकीय महाविद्यालय मे रंगोली सजाओ प्रतियोगिता आयोजित
भदोही – काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में रोवर्स/ रेंजर्स तथा एन.एस.एस के संयुक्त तत्वावधान में दीपावली पर्व के आगमन पर महाविद्यालय प्रांगण में रंगोली सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कुल 18 समूहों ने भाग किया, प्रत्येक समूह में चार छात्र/छात्राओं को सम्मिलित किया गया था। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ग्रुप संख्या – 12, द्वितीय ग्रुप संख्या-13, तृतीय स्थान पर ग्रुप संख्या- 3 एवं 11 संयुक्त रूप से रहे। ग्रुप संख्या-2 एवं 8 को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्री गर्ल्स कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ के प्रिंसिपल डॉ. नीरज श्रीवास्तव रहे उन्होंने छात्र छात्राओं द्वारा बनाई गई रंगोली की खूब सराहा।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.पी.एन.डोंगरे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि रंगोली भारतीय संस्कृति की सुदृढ़ परम्परा है।प्राचीन इतिहास की प्राध्यापिका डॉ. कामिनी वर्मा ने कहा कि रंगोली भारत की प्राचीन धरोहर है जो जीवन में नवीन ऊर्जा ऊर्जा का संचार करती है । प्राचीन काल से रंगोली का प्रचलन है। दक्षिण भारत मे रंगोली का विशेष महत्व है।प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ. कामिनी वर्मा, डॉ. विनय मिश्रा, डॉ. अंजू वर्मा रही। इस अवसर पर डॉ. किरण शर्मा ,डॉ. कल्पना वर्मा, डॉ. जितेंद्र सिंह नोलखा, डॉ. श्री प्रकाश मिश्रा, डॉ. माला श्रीवास्तव, डॉ. प्रियंका मराल आदि प्राध्यापक रहे । प्रतियोगिता मे तनु, पूजा, सरिता, अभिनीत, कोमल, अंजलि, मनीषा, पूनम, बृजेश, आँचल, मानसी, राखी, रीना, विद्या सागर, स्मृति, शुषमा स्वाति, तथा अंचल सरोज इत्यादि ने भाग लिया। प्रतियोगिता का आयोजन चित्रकला विभाग के प्राध्यापक तथा रोवर्स प्रभारी डॉ. रविंद्र कुमार ने किया। अन्त में डॉ. रविंद्र कुमार ने अतिथियों, प्राध्यापको तथा छात्रों का आभार व्यक्त किया।