नई दिल्ली, 25 मार्च 2020, अपडेटेड 12:21 IST
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई. इस दौरान कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का नज़ारा दिखा.
कोरोना वायरस के मसले पर कैबिनेट बैठकबैठक में दिखा सोशल डिस्टेंसिंग का उदाहरणउचित दूरी पर बैठे पीएम और केंद्रीय मंत्री
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के कारण देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी जा रही है. इस नियम का पालन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर रहे हैं. बुधवार को प्रधानमंत्री आवास पर बुलाई गई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सभी मंत्री करीब एक-एक मीटर की दूरी पर बैठे.
कोरोना वायरस से जुड़े मसलों पर चर्चा करने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर कैबिनेट की बैठक बुलाई. इस दौरान सभी मंत्रियों की कुर्सी को एक दूरी पर लगाया गया, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग को मैंटेन किया जा सके.
बता दें कि दुनियाभर के एक्सपर्ट्स ने सलाह दी है कि लोग एक दूसरे से दूरी बनाए रखें, ताकि किसी भी तरह की बीमारी एक-दूसरे में ना जा सके.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में भी सोशल डिस्टेंसिंग का जिक्र किया था. पीएम मोदी ने कहा था कि लॉकडाउन के वक्त ये जरूरी है कि आप किसी से ना मिलें, अपने घर में ही बने रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. प्रधानमंत्री की इसी अपील का असर बुधवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में दिखा.
बुधवार को लॉकडाउन के पहले दिन जब लोग सुबह दूध-सब्जी लेने के लिए दुकानों पर गए तो कई जगह सफेद घेरा बनाया गया था. दुकान के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर सफेद घेरा बनाया गया, जहां पर लोगों को खड़ा रहने के लिए कहा गया. इसके तहत सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया गया.
राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर लॉकडाउन के दौरान किसी तरह की लापरवाही बरती गई तो देश को उसका नुकसान उठाना पड़ेगा. मोदी ने कहा कि आपके द्वारा घर से बाहर रखा एक भी कदम आपके परिवार के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है.