ब्रिटिश ‘मेन्सा टेस्ट’ में शामिल हुई इन बहनों ने सर्वाधिक 162 अंकों का स्कोर हासिल किया है, जो 18 साल से क्रम उम्र के लिए सबसे ज्यादा है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नई दिल्ली, जेएनएन। अगर कहा जाए कि भारतीय मूल की जुड़वां बहनों न्यासा और निशा उपाध्याय का दिमाग महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन से भी तेज है, तो गलत नहीं होगा। ब्रिटिश ‘मेन्सा टेस्ट’ में शामिल हुई इन बहनों ने सर्वाधिक 162 अंकों का स्कोर हासिल किया है, जो 18 साल से क्रम उम्र के लिए सबसे ज्यादा है। इस टेस्ट में आइंस्टीन को इससे कम अंक मिले थे।
भारतीय मूल की इन जुड़वां बहनों की उम्र सिर्फ 11 साल है। मेन्सा एक तरह का आईक्यू टेस्ट होता है, जिससे पता चलता है कि आपका दिमाग कितना तेज दौड़ता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस टेस्ट में आइंस्टीन और हॉकिंग के आईक्यू के मुकाबले जुड़वां बहनों के दो अंक अधिक है। न्यासा और निशा की मां बताती हैं कि ये पैदाइशी गणितज्ञ हैं।
जुड़वां होने के बावजूद न्यासा और निशा दोनों की अलग और मजबूत पहचान है। लेकिन इनमें कई समानताएं भी हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस सप्ताह हुए मेन्सा टेस्ट में दोनों ने समान अंक (162) हासिल किए हैं। ये इस परीक्षा में हासिल किए जाने वाले सर्वाधिक अंक हैं। इन अंकों के साथ ये जुड़वां बहनें ब्रिटेन के सबसे बुद्धिमान लोगों की सूची में शामिल हो गई हैं। इस हिसाब से देखा जाए तो ये बहनें आइंस्टीन से भी तेज दिमाग रखती हैं, जिन्होंने 160 अंक हासिल किए थे।