न्यूजीलैंड में भले ही लेसिंडा की पहचान बतौर पीएम की हो, लेकिन दुनिया उन्हें उस दूसरी महिला के दौर पर जानती है जिसने राष्ट्र के शीर्ष पद पर रहते हुए मातृत्व अवकाश लिया हो।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। न्यूजीलैंड में भले ही लेसिंडा की पहचान बतौर प्रधानमंत्री की हो, लेकिन दुनिया उन्हें उस दूसरी महिला के दौर पर जानती है जिसने राष्ट्र के शीर्ष पद पर रहते हुए मातृत्व अवकाश लिया हो। ऐसी पहली महिला होने का रिकॉर्ड पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के नाम रहा है। छह हफ्तों के अवकाश के बाद एडर्न अब संसद जाती हैं। बहसों में हिस्सा लेती हैं।
देश के विकास से जुड़ा हर काम कर रही है, साथ ही अपनी बच्ची की देखरेख में भी कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। उनकी बच्ची की हर सुविधा संसद के परिसर में तैयार की गई है। महिला सशक्तीकरण की वे पहले ही मिसाल बन चुकी हैं, लेकिन उनका यह बयान भविष्य की कहानी भी कह देता है। वे कहती हैं कि मैं शायद ऐसा करने वाली पहली महिला रही हूं, लेकिन वह दिन दूर नहीं जब यह एक सामान्य बात होगी।
छह हफ्तों बाद संभाली कुर्सी
38 साल की जेसिंडा एडर्न न्यूजीलैंड की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने 21 जून को बच्ची को जन्म दिया था। छह हफ्तों के लिए कामकाज से छुट्टी ली थी। इसे उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे तेजी से गुजरा समय बताया। उन्होंने कहा कि शुरू में वह बच्चे के खान-पान और नींद को लेकर परेशान थीं, लेकिन अब वह बच्ची और अपनी जिम्मेदारियों को आसानी से निभा पा रही हैं।
जेसिंडा मेनिया
उनके इस जज्बे की सराहना पूरा न्यूजीलैंड कर रहा है। इसे वहां जेसिंडा मेनिया कहा जा रहा है। देश का मानना है कि पूरी दुनिया उनके इस फैसले से बहुत कुछ सीख सकती है। आमतौर धारणा है कि इस दायित्व को निभाने के लिए महिलाएं या तो पद ही छोड़ देती हैं या फिर लंबी छुट्टी लेने को विवश होती हैं, ऐसी सोच वाले लोगों को उन्होंने फिर से विचार करने पर विवश किया है।
बेबी फ्रेंडली संसद
प्रधानमंत्री जेसिंडा के काम पर लौटने के बाद न्यूजीलैंड की संसद पहले से ज्यादा बेबी फ्रेंडली हो चुकी है। उन्हें संसद में होने वाली बहसों में बच्ची को साथ रखने की इजाजत है। परिसर में मौजूद स्विमिंग पूल में उनकी बच्ची अन्य बच्चों के साथ तैराकी कर सकती है।
बेनजीर भुट्टो
देश के शीर्ष पद पर रहते हुए बच्चे को जन्म देने वाली पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो थीं। उन्होंने 1990 में पद पर रहते हुए एक बच्ची को जन्म दिया था। तब इन्हें विरोधी पार्टियों से काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था।
ये भी कम नहीं
स्पेनिश संयुक्त राष्ट्र शांति नियंत्रण बल की पहली महिला कमांडर कार्मे चैकन ने गर्भावस्था के अंतिम दिनों तक भी अपने सारे दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। विदेश यात्राएं भी की। इस दौरान उनकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी चर्चित हुई थीं।