बिजनेस डेस्क, अमर उजाला Updated Sat, 30 Jun 2018 02:56 PM IST
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!वस्तु व सेवा कर को लागू होने की पहली वर्षगांठ पर जीएसटी काउंसिल जल्द ही लोगों को एक बड़ा तोहफा देने जा रही है, जिसके बाद घर बनाना काफी सस्ता हो जाएगा। काउंसिल घर बनाने में प्रयोग होने वाली कई वस्तुओं पर 28 फीसदी टैक्स स्लैब को पूरी तरह से खत्म करने जा रही है।
इन पर घटेगा जीएसटी
काउंसिल घर बनाने में इस्तेमाल होने वाले प्रमुख सामान जैसे कि सीमेंट और पेंट पर जीएसटी को घटाने जा रही है। अभी यह दोनों वस्तुएं 28 फीसदी स्लैब में है, जिनको 18 फीसदी स्लैब में लाया जाएगा।
रियल इस्टेट सेक्टर को मिलेगा बल
जीएसटी काउंसिल अपनी अगली बैठक में इस बात की घोषणा करेगा। अगर ऐसा होता है तो फिर लंबे समय से बेहाल पड़े रियल इस्टेट सेक्टर में नई जान आ सकती है। घर बनाने की लागत में सबसे ज्यादा पैसा सीमेंट, सरिया और पेंट में जाता है।
इसके अलावा मजदूरी भी होती है, जिसमें पैसा खर्च होता है। रियल इस्टेट में मंदी के चलते अभी कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। टैक्स कम होने से एक बार फिर से कई रुके हुए प्रोजेक्ट फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पेट्रोल तथा डीजल को जब वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाएगा, तो उस पर सर्वाधिक 28 फीसदी जीएसटी के साथ ही राज्यों द्वारा भी कुछ कर लगाए जाएंगे, जिससे उनकी खुदरा कीमतें वही रहेंगी, जो वर्तमान में हैं।
मोदी ने हालांकि यह भी कहा कि पेट्रोल तथा डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए राज्यों को राजी करने में कुछ समय लगेगा और दोनों ईंधनों को कब जीएसटी में लाया जाएगा, इसपर अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल लेगा। मोदी पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स में आयोजित एक बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्यों का 45 से 50 फीसदी राजस्व पेट्रोल और डीजल की बिक्री से मिलने वाले करों से आता है।