न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sat, 04 Aug 2018 01:31 PM IST
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 11 अगस्त को पश्चिम बंगाल के दौरे पर जा रहे हैं। अपने इस दौरे से पहले उन्होंने कहा है कि वह हर महीने कोलकता जाएंगे और वहां तीन दिनों तक रहेंगे। पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित अखबार आनंद बाजार पत्रिका को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कई मुद्दों पर बात की।
अखबार ने जब उनसे पूछा कि आप पश्चिम बंगाल जाने वाले हैं तो ऐसे में क्या नया सोच रहे हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं हर महीने कोलकाता जाउंगा। मैं वहां तीन दिनों तक रहूंगा। इसके लिए मैं वहां सरकारी आवास या गेस्ट हाउस में रुकने की बजाए एक छोटा सा घर किराए पर लेने की सोच रहा हूं। मुझे और मेरी पार्टी को बंगाल से काफी प्यार मिला है। मैं उसी प्यार को वापस करना चाहता हूं।
शाह बताया कि हम बंगाल का विकास चाहते हैं। ममता बनर्जी की सरकार खराब हो चुकी है। वह सीपीएम युग का विस्तार है। हम बेरेजोगार लोगों को नौकरियां देते हैं। उन्होंने दावा किया है कि अगले लोकसभा चुनाव में उन्हें राज्य से 22 सीटें मिलेंगी। इतना ही नहीं उनका कहना है कि वह विधानसभा चुनाव में लोगों के समर्थन से यहां सरकार भी बनाएंगे।
शाह से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि आप सत्ता में आएंगे तो उन्होंने कहा, क्या आपने कभी सोचा था कि हम त्रिपुरा में सरकार बनाएंगे। इसी तरह हम बंगाल में भी सफल होंगे। यहां जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार फैल गया है। सामान्य लोगों को सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। जब सीपीएम सत्ता में थी तो यहां कोई नौकरी नहीं थी, कोई उद्योग नहीं था। ममता राज में भी वही हो रहा है।
ममता द्वारा बार-बार सांप्रदायिकता के आरोप लगाने पर शाह ने कहा कि दरअसल ममता पूरे राज्य के लोगों के बारे में बात नहीं करती हैं। उन्होंने अल्पसंख्यक वोटबैंक की राजनीति खेली, जो कि सभी नागरिकों की समानता के खिलाफ है। हमारा मानना है कि बंगाली और इस साम्राज्य के सभी लोग सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं। हम इन लोगों के साथ हैं।
मुस्लिम घुसपैठियो के सवाल पर शाह ने कहा कि हम अवैध निवासियों के खिलाफ हैं। ताकि मेरे देश के वैध नागरिक किसी भी लाभ से वंचित न हो सकें। आरएसएस को लेकर उन्होंने कहा कि वह कोई राजनीतिक संगठन नहीं है लेकिन वह राज्य में कई सामाजिक कार्य कर रहा है।