नमस्कार जी,
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!मैं आज अपने कुछ विचार आप सभी के बीच रख रहा हूँ। कृप्या इस सन्देश को अपने सभी ग्रुप एवं मित्रो को जरूर भेजे।
१. देश की महिलाएं क्यों अपने आप को सुरक्षित नहीं समझती है?
२. क्या महिलाओं का पहनावा ही उन्हें इस अपराध में लिप्त कर रहा है?
३. क्या अश्लीन फिल्में, वीडियो और फिल्में ही हमारे समाज की नीव ख़राब कर रही हैं ?
४. क्या पुरषों की ही मानसिकता ख़राब हैं ?
५. क्यों हम देश के वैश्या यानि कोठों को बंद नहीं कर आप रहे है ?
६. क्या हमे बच्चो को एडल्ट एजुकेशन देनी चाहिए ?
७. महिलाएं घर, मंदिर एवं ऑफिस में पारम्परिक परिधान क्यों नहीं पहनती है ?
मेरे प्यारे भाईयों एवं बहनों ,
मैं अपने इन सवालों से किसी का मन नहीं दुखाना चाहता हूँ किन्तु यदि हम इन ७ सवालो में से एक का भी जबाब अम्ल में ला पाए तो संसार में यह समस्या आएगी ही नहीं ? यदि किसी व्यक्ति या महिला का किसी महिला या व्यक्ति के साथ स्वेच्छा से सम्बन्ध है तो यह न तो अपराध है और न ही शोषण।
किन्तु आजके इस दौर में जाती हुए महिला या लड़की सिर्फ गलत सोच के साथ नज़र आती है ? क्या हम उन्हें अपने परिवार का हिस्सा नहीं मन सकते है।
यदि हम अपनी इस भावना के साथ बढ़ते रहे तो इस संसार में इस अपराध का अंत होंगा।
आप अपने सुझाव एवं शिकायत हमे भारतीयखेल@जीमेल.कॉम (bharatiyakhel@gmail.com) पर भेज रकते है।
हम एक क्रॉस कंट्री मैराथन करा रहे है जिसकी थीम रन फार वीमेन सेफ्टी।
कृप्या अपना सहयोग दे।
धन्यवाद
ओमकार सिंह
भारतीय खेल उत्थान ट्रस्ट
9716908854