महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए जरूरी आंकड़े जुटाने में शिवसेना के असफल रहने के बाद पार्टी के नेता संजय राउत ने सुप्रसिद्ध कवि एवं साहित्यकार हरिवंश राय बच्चन की कविता की कुछ पंक्तियों को उद्धृत कर बताया कि पार्टी सफलता के लिए दृढ़ संकल्पित है और हार नहीं मानेगी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सोमवार को राउत की यहां के एक अस्पताल में एंजियोप्लास्टी हुई है। उन्होंने बच्चन की प्रसिद्ध कविता की पक्तियां ट्वीट की: ‘‘लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, हिम्मत करने वालों की कभी हार नही होती।’’
उन्होंने आगे लिखा, ‘‘हम होंगे कामयाब…जरूर होंगे…’’
राउत को सोमवार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद लीलावती अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी एंजियोप्लास्टी हुई है।
शिवसेना ने सोमवार को दावा किया था कि महाराष्ट्र में भाजपा के बिना उसकी सरकार का समर्थन करने के लिए राकांपा और कांग्रेस ‘सैद्धांतिक समर्थन’ देने पर सहमत हो गयी हैं लेकिन वह राज्यपाल द्वारा तय समयसीमा के पहले इन दलों से समर्थन पत्र नहीं ले सकी। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने तीन दिन की और मोहलत देने के शिवसेना के अनुरोध को ठुकरा दिया।
कांग्रेस वैचारिक रूप से अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के साथ समझौते का कोई फैसला जल्दबाजी में लेती प्रतीत नहीं हुई और उसने शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर चुनाव पूर्व की अपनी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ आगे और बातचीत करने का फैसला किया। जिससे शिवसेना के महाराष्ट्र में गैर भाजपा सरकार बनाने के उसके प्रयासों को झटका लगा।
बाद में महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सोमवार रात को राकांपा को राजभवन में आमंत्रित किया। राकांपा राज्य में तीसरा सबसे बड़ा दल है।
शरद पवार की अगुवाई वाली राकांपा के 288 सदस्यीय विधानसभा में 54 विधायक हैं जो भाजपा (105) और शिवसेना (56) के बाद तीसरा सबसे बड़ा दल है। बता दें, राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 105 सदस्यों के बाद 56 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास सरकार बनाने का दावा करने के लिए सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक का समय था। इससे पहले दिन में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राकांपा प्रमुख शरद पवार से भेंट की और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। राकांपा के 54 विधायक हैं और कांग्रेस के 44 विधायक हैं।