नई दिल्ली
सरकार ने शुक्रवार को बताया कि पिछले तीन वर्षो के दौरान एचआईवी रोगियों की संख्या में कमी आई है। लोकसभा में डॉ. अंशुल वर्मा और अशोक महादेवराव नेते के प्रश्न के लिखित उत्तर में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बताया कि वर्ष 2015-16 में एचआईवी रोगियों की संख्या 2,00,465 थी जबकि 2016-17 में इसकी संख्या 1,93,195 दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि साल 2017-18 में एचआईवी रोगियों की संख्या 1,90,763 थी। उन्होंने बताया कि मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा राज्यों में एचआईवी के नये हॉटस्पॉट उभरते देखे गए हैं। यह वृद्धि इंजेक्शन के जरिये नशीली दवाएं लेने वाले व्यक्तियों और असुरक्षित यौन संबंधों के अत्यधिक जोखिम वाले व्यवहार के कारण है।
नड्डा ने बताया कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सरकार रोकथाम, परामर्श, जांच और उपचार सेवाओं के संबंध में व्यापक पैकेज प्रदान करती है जिसमें एंटी रेट्रोवायरल औषधियों, जांच एवं संक्रमणों के उपचार का नि:शुल्क प्रावधान शामिल है।