गरीबी रेखा से नीचे गुज़र बसर करने वाले परिवारों की महिलाओं की सेहत और सुविधा का हवाला देते हुए मोदी सरकार ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की. सरकार का दावा है कि 720 में से 715 ज़िलों में ये योजना लागू हो चुकी है और पांच करोड़ में से पौने पांच करोड़ परिवारों को गैस कनेक्शन मिल चुका है, लेकिन ज़मीन पर हालात क्या हैं. चूड़ी उद्योग के लिए मशहूर उत्तरप्रदेश के फ़िरोज़ाबाद में हमारे सहयोगी जीतेंद्र किशोर ने इसका जायज़ा लिया तो पता लगा कि गांवों में महिलाएं अब भी लकड़ियों और कोयले का इस्तेमाल कर रही हैं क्योंकि सिलिंडर ख़रीदना महंगा पड़ रहा है.
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