उमेश ने कहा, दो नई गेंद के नियम ने वनडे में रिवर्स स्विंग को किया खत्म

Cricket

भाषा | Updated:Jun 30, 2018, 04:40PM IST
मालाहाइड
सचिन तेंडुलकर के एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में दो नई गेंदों के इस्तेमाल को ‘तबाही का साधन’ कहने के बाद अब भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव ने भी इसकी निंदा करते हुए कहा कि इससे रिवर्स स्विंग की कला खत्म हो रही है और तेज गेंदबाजों को नुकसान पहुंच रहा है। आईसीसी ने 2011 में दो नई गेंद के इस्तेमाल के नियम को लागू किया था। इसके बाद से बड़े स्कोर वाले मैचों की संख्या में इजाफा हुआ और हाल ही में इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 50 ओवर में रेकॉर्ड 481 रन बनाए।

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उमेश ने कहा, ‘दो नई गेंदों के कारण तेज गेंदबाजों के लिए रनों पर अंकुश लगाना मुश्किल हो गया है। अगर एक ही गेंद होती है तो यह लगातार पुरानी होती रहती है और आप इसे रिवर्स स्विंग करा सकते हैं। दो गेंद के साथ रिवर्स स्विंग एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अब बामुश्किल नजर आती है, यह तेज गेंदबाजों के लिए मुश्किल है विशेषकर तब जब वह सही लेंथ से गेंदबाजी नहीं कर पाएं या यॉर्कर सही नहीं फेंक पाएं तो।’

इस तेज गेंदबाज ने इंग्लैंड में दो नई गेंदों के इस्तेमाल के साथ गेंदबाजों के सामने आ रही दिक्कतों पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘अगर डेथ ओवरों में गेंद मूव नहीं कर रही है तो इस दबाव से निपटना काफी मुश्किल होता है विशेषकर जब विकेट सपाट हो।’ उमेश ने कहा, ‘आजकल हमने देखा है कि विकेट काफी सपाट होते हैं और इंग्लैंड में वे अब नियमित तौर पर इस तरह के विकेटों पर खेलते हैं। वह 480 रन बना रहे हैं तो निश्चित तौर पर गेंदबाजों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति है।’


उन्होंने कहा, ‘हम इस चुनौती के लिए तैयार हैं क्योंकि हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं और हम इंग्लैंड में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।’ उमेश अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कम मौके मिलने से निराश नहीं हैं और उन्होंने कहा कि वह आगामी दौरे पर इंग्लैंड के खिलाफ खेलने को बेताब हैं। उमेश ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 5 साल बाद वापसी करते हुए आयरलैंड के खिलाफ दूसरा टी20 मैच खेला और इस दौरान 19 रन देकर दो विकेट चटकाए। मेजबान टीम को इस मैच में 143 रन से हार का सामना करना पड़ा।


हाल के समय में उमेश को प्रदर्शन में सबसे अधिक सुधार करने वाला गेंदबाज माना जाता है लेकिन इसके बावजूद वह लगभग पूरे घरेलू सत्र से बाहर रहे और इसके बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी उन्हें मौका नहीं मिला। उमेश ने अधिक मौके नहीं मिलने पर कहा, ‘फिलहाल टीम काफी संतुलित है। भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह अच्छा कर रहे हैं और फिर मोहम्मद समी जैसे तेज गेंदबाज भी हैं।